उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। लखनऊ के घंटाघर से लेकर आजमगढ़ के जोहर पार्क में सीएए के विरोध में महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं।
इन धरनों को खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से अब कार्रवाई शुरू हो चुकी है। बिलारियागंज के जोहर पार्क में धरने पर बैठीं महिलाओं को पुलिस ने बुधवार को हटा दिया है। इस दौरान महिलाओं पर लाठीचार्ज और पथराव भी किया गया।
दरअसल, आजमगढ़ के बिलरियागंज थाना अंतर्गत जौहर पार्क में एनआरसी और सीएए के विरोध में महिलाएं दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर भारी संख्या में जुटकर विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। धीरे-धीरे यह प्रदर्शन और अधिक बढ़ने लगा महिलाएं और छात्रों ने पूरी तरह सड़क भी जाम करना शुरू कर दिया था।
इसे रोकने के लिए पुलिस ने मान मनौवल कर उन्हें वापस जौहर पार्क में भेजवा दिया। पुलिस ने महिलाओं से कई बार अपील भी की लेकिन उनकी बात नहीं मानने के बाद सुबह 4 बजे पुलिस ने हल्का बल का इस्तेमाल कर महिलाओं को वापस करना कर दिया। जिससे भीड़ और उग्र हो गई, ईट-पत्थर चलने लग गए।
इसी दौरान पुलिस ने भी अपनी जवाबी कार्रवाई में लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए। साथ ही रबड़ गोली की भी हवाई फायरिंग की गई। देखते ही देखते मामला तितर-बितर हो गया और जोहर पार्क में बुरी तरह भगदड़ मच गई।
बताया जा रहा है कि इसमें कुछ लोग अभी घायल भी हो गए हैं और वह अब अपने गांव की तरफ जा चुके हैं। बिलरियागंज के जोहर पार्क को अब पूरी तरह से खाली करा दिया गया है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी और सात अन्य लोगों के खिलाफ गोमती नगर में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए कैंडल मार्च निकाले जाने को लेकर भी मामला दर्ज किया जा चूका है।
मामला इस लिए दर्ज किया गया है, क्योंकि अजीज कुरैशी के अलावा जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें महफूज, सलमान मंसूरी, मोहम्मद वली, रहनुमा खान, प्रियंका मिश्रा और सुनील लोधी शामिल हैं, इन्हे धारा 144 के उल्लंघन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
गोमती नगर के सहायक पुलिस आयुक्त संतोष सिंह ने कहा कि डिगडिगा चौराहे से फन मॉल तक सीएए के खिलाफ लगभग 30-40 लोगों ने कैंडल मार्च निकाला अधिकारी ने कहा, ‘वे पुलिस द्वारा पूछे जाने पर विरोध प्रदर्शन की अनुमति दिखाने में विफल रहे।