Soybean के फायदे और नुकसान
सोयाबीन एक तरह का दलहन होता है, जिसका उपयोग खाने और तेल निकालने के लिए किया जाता है। यह पोषक तत्वों का भंडार होता है, जिसके सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है।
सोयाबीन को पेड़-पौधों से मिलने वाले प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना गया है। इसलिए, शाकाहारी लोगों को इसे अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। इसमें प्रोटीन और आइसोफ्लेवोंस (एक तरह का बायोएक्टिव कंपाउंड) पाए जाते हैं।

जो हड्डियों को कमजोर होने से रोकते हैं। इससे जल्दी फ्रैक्चर होने का खतरा नहीं होता। इस लेख में हम सोयाबीन खाने के फायदे और सोयाबीन कैसे बनता है इसकी जानकारी देंगे। Soybean
सोयाबीन क्या हैं
सोयाबीन के बीज क्रीम रंग के होते हैं। इनके सेवन से शारीरिक और मानसिक स्थिति को सुधार करने में सहायता मिलती है। इसकी खेती सबसे पहले चीन में की गई थी, लेकिन आज पूरे एशिया में इसकी अच्छी उपलब्धता है।
सोयाबीन वसा का अच्छा और सस्ता स्रोत माना जाता है। इससे दूध, टोफू, सोया सॉस व बीन पेस्ट बनाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले गुण के कारण डॉक्टर भी सोयाबीन खाने की सलाह देते हैं।
सोयाबीन के फायदे
मधुमेह के लिए सोयाबीन के फायदे – शुगर युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से मधुमेह की समस्या बढ़ सकती है। इसे लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड की श्रेणी में गिना जाता है, जिसमें कार्बोहाड्रेट और वसा की कम मात्रा होती है। इसलिए, मधुमेह में सोयाबीन का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है ।
इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन ग्लूकोज को नियंत्रित करता है और इंसुलिन में आने वाली बाधा को कम कर सकता है। साथ ही सोयाबीन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होने के कारण इससे बने उत्पादों का सेवन मधुमेह के मरीज के लिए उचित माना गया है। Soybean

हड्डियों के लिए – सोयाबीन खाने से हड्डियां मजबूत होती है। यह एस्ट्रोजन हार्मोन (इसे फीमेल हार्मोन भी कहते है) और हड्डियों के सुरक्षा में भी सहायक होता है। सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजेन्स (phytoestrogens) पाए जाते हैं, जो हड्डियों को कमजोर होने से बचा सकते हैं।
वजन घटाने के लिए – एक वैज्ञानिक अध्ययन से यह पता चलता है कि सोयाबीन के सेवन से शरीर के वजन और चर्बी को कम किया जा सकता है।
दरअसल, सोयाबीन प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ, जिन्हें पचाने के लिए शरीर को ज्यादा एनर्जी की जरूरत पड़ती है। इससे शरीर की एनर्जी का सही उपयोग हो सकता है और फैट बनने से रोकने में मदद मिल सकती है। Soybean

प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को थर्मोजेनिक फूड्स की श्रेणी में गिना जाता है। इसके सेवन के साथ-साथ व्यायाम पर भी ध्यान देना जरूरी है।
माहवारी में सहायक – सोया उत्पादों में प्लांट एस्ट्रोजेन जैसे यौगिक होते हैं, जो शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन के निर्माण में मदद करते हैं। इसके सेवन से मासिक धर्म नियमित रूप से आते हैं।
साथ ही बांझपन और रजोनिवृत्ति से पहले होने वाली समस्याओं से भी राहत मिल सकती है। कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के समय डिसमेनोरिया का सामना करना पड़ता है।
यह एक चिकित्सीय स्थिति है, जिसमें महिला को गर्भाशय में असहनीय दर्द होता है। इस संबंध में किए गए एक वैज्ञानिक के अध्ययन अनुसार, जो महिलाएं रेड मीट के मुकाबले अधिक सोया खाद्य पदार्थों का सेवन करती हैं।
उन्हें डिसमेनोरिया से जल्द राहत मिल सकती है। साथ ही प्रीमेन्स्ट्रुअल से भी आराम मिलता है। मासिक धर्म से पहले होने वाली विभिन्न समस्याओं को प्रीमेन्स्ट्रुअल कहा जाता है। Soybean
त्वचा के लिए – सोयाबीन के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी व कोलेजन (प्रोटीन का समूह) के गुण पाए जाते हैं। ये सभी मिलकर त्वचा को खिला-खिला और जवां बनाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट आपकी त्वचा को अल्ट्रा वाइलेट किरणों से भी सुरक्षा पहुंचाता है।
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 G |
---|---|
पानी | 67.5 g |
ऊर्जा | 147 kcal |
प्रोटीन | 12.95 g |
टोटल लिपिड (फैट) | 6.8 g |
कार्बोहाइड्रेट | 11.05 g |
फाइबर , टोटल डाइटरी | 4.2 g |
मिनरल्स | |
कैल्शियम ,Ca | 197 gm |
आयरन ,Fe | 3.55 mg |
मैग्नीशियम , Mg | 65 mg |
फास्फोरस ,P | 194 mg |
पोटैशियम ,K | 620 mg |
सोडियम ,Na | 15 mg |
जिंक ,Zn | 0.99 mg |
विटामिन्स | |
विटामिन सी , टोटल एस्कॉर्बिक एसिड | 29 mg |
थाइमिन | 0.435 mg |
राइबोफ्लेविन | 0. 175 mg |
नियासिन | 1.65 mg |
विटामिन बी -6 | 0. 065 mg |
फोलेट DFE | 165 µg |
विटामिन ए ,RAE | 9 µg |
विटमिन ए ,IU | 180 IU |
लिपिड | |
फैटी एसिड्स , टोटल सैचुरेटेड | 0. 786 g |
फैटी एसिड्स टोटल मोनोसैचुरेटेड | 1.284 g |
फैटी एसिड्स , टोटल पोलयूंसैचुरेटेड | 3.2 g |
सोयाबीन के नुकसान

- सोयाबीन के उपयोग से एलर्जी की समस्या होना आम है।
- सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजेन पाए जाते हैं। इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से पुरुषों के स्पर्म की गुणवत्ता में कमी आ सकती है।
- सोयाबीन का सेवन ज्यादा मात्रा में करने से यौन क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।
- सोयाबीन का सेवन अधिक मात्रा में करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है। Soybean
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