
कीवी फल के फ़ायदे एवं नुकसान।
कीवी (वैज्ञानिक नाम एक्टीनीडिया डेलीसिओसा) देखने में हल्का भूरा, रोएदार व आयताकार, रूप मेंचीकू फल की तरह का फल होता है। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। किवी एक विशेष प्रकार का स्वादिष्ट फल होता है। किवी एक सुंदर फल रंग के लिए लोगो में अधिक पसंद किया जा रहा हैं।
हलके भूरे रंग का चीकू सा दिखने वाला रोएँदार कीवी, एक पहाड़ी फल है| सबसे पहले चीन में इसे उगाया जाता था, जहाँ से ये न्यूज़ीलैंड पहुँचा और आज विश्व भर में इसकी कई किस्में हैं। बाहर से भूरा रोएँदार और भीतर से चिकना हरा गूदा लिए कीवी सही मायने में पोषक तत्वों का एक भरपूर खज़ाना है। मुख्यतः कीवी में फाइबर, विटामिन सी और विटामिन ई, केरोटिनोइड्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और कई प्रकार के मिनरल्स पाए जाते हैं, जो कि हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए काफी गुणकारी हैं।
कीवी फल के बारें में पूरी जानकारी

कीवी फल के फ़ायदे
गर्भावस्था में फायदेमंद
कीवी फल गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान से कम नहीं हैं। क्यूंकि गर्भावस्था में ज़रूरी तत्व फोलिक एसिड भी कीवी में पाया जाता हैं। ऐसा कहा जाता है कि माता द्वारा गर्भावस्था में कीवी के सेवन से बच्चे के दिमाग़ के विकास में बहुत फायदा मिल सकता है।
ह्रदय रोग में लाभ –
कीवी में मौजूद फाइबर और पोटैशियम दिल की बीमारियों को हमे दूर रखते हैं, ह्रदय रोग में जब मरीज़ कम सोडियम लेने के साथ अपनी पोटैशियम लेने की आदत को बढ़ा लेता हैं। तो इस से बीमारी बढ़ने का खतरा काफी कम हो जाता है। इसके अलावा कीवी बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करने में भी सहायक हैं।ये अच्छे कोलेस्ट्रोल को बनाता हैं।

कोलेस्ट्रोल से होने वाली दिल की बीमारी का ख़तरा भी कम करता है। कहा जाता है कि कीवी के नियमित सेवन से खून में ट्राय ग्लिसरोइड की मात्रा घटती है और इस से शरीर में चर्बी जमने पर रोक लगती है तथा खून में थक्का जमने का ख़तरा भी कम होता जाता हैं।
रोग प्रतिरोधी क्षमता –
विटामिन ई और एंटी ऑक्सीडेंट्स की मात्रा कीवी में ज्यादा होने के कारण इस से रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाती है। शारीरिक कमजोरी को दूर कर के दिन भर की थकान को मिटाने का भी एक अद्भुत इलाज है कीवी और साथ ही ये स्फूर्ति बनाए रखता है, इसलिए इसे नाश्ते में ओट्स इत्यादि के साथ खाना लाभदायी होता है।
विटामिन सी से भरपूर कीवी हमारे शरीर की आयरन सोखने में मदद करता है और यही कारण है कि अनीमिया के मरीजों के लिए कीवी एक उत्तम फल है। अनिद्रा के लिए कीवी बड़ी ही काम की चीज़ है क्यूंकि इस में मौजूद सेरोटिनिन आपको तनाव दूर कर के अच्छी नींद लाने में सहायक है।
पेट की बीमारियों में फ़ायदा
आमतौर पर होने वाली पेट की छोटी मोटी बीमारियों के लिए तो कीवी मानो राम बाण इलाज है, जैसे की इस से पेटदर्द, दस्त और बवासीर वगेरह से भी आराम मिलता है। साथ ही इसका रेशा यानि फाइबर हमारे पाचन तंत्र को सही तरीके से काम करते रहने में मदद करता है, और कब्ज़ के मरीज़ों के लिए तो कीवी अमृत समान हैं।

डायबिटीज पर नियंत्रण –
कीवी से खून में गलूकोज का स्तर नहीं बढ़ता और इसी कारण से कीवी का सेवन डायबिटीज दिल के रोग और वज़न कम करने में बहुत फायदेमंद है।
अस्थि रोगों एवं जोड़ों के दर्द में आराम–
पोटैशियम नामक तत्व जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है, वो भी कीवी में मौजूद है और इसीलिए इसे महिलाओं में ढलती उम्र में होने वाले अस्थिरोग ओस्टियोपोरोसिस के लिए फायदेमंद माना गया है। साथ ही जोड़ो के दर्द और आर्थराइटिस जैसी समस्याओं के होने पर भी कीवी का उपयोग करने से बड़ा आराम मिलता है।
त्वचा के लिए फ़ायदे –
हमारी त्वचा में मौजूद कोलाजन को हमारी त्वचा स्वस्थ और सुन्दर बनाये रखने में विटामिन सी की बहुत ज़रुरत होती है। और विटामिन C(सी ) की अधिकता की वजह से कीवी के सेवन से हमारी त्वचा काफी मुलायम और चमकदार हो जाती है। शरीर की फैट तो कम होती ही हैं।

पर साथ में इस से हमारी त्वचा में मुलायम, चमकदार और झुर्रियों से रहित बनी रहती हैं। और हम जवान बने रहते हैं. इस से बीमारियों के अलावा तनाव भी दूर होता है मुहासे सर्दी जुकाम जैसी छोटी मोती तकलीफों से भी निजात मिलती हैं।
कीवी के नुकसान
- कीवी का सेवन ज्यादा कर लेते हैं तो इससे आपकी त्वचा को नुकसान हो सकता है जिसके कारण आपको त्वाच रोग भी हो सकते हैं।
- ज्यादा कीवी का सेवन करने से आपके मुंह में जलन जैसी समस्या हो सकती है ।
- अगर किसी को भी कीवी से एलर्जी है तो आप उसका सेवन बिल्कुल ना करें वरना आपको कई तरह की तकलीफ हो सकती है।
- कीवी की एलर्जी है तो आपको कई तरह की परेशानी हो सकती है जैसे- गले में खुजली होना, मुंह पर लाल चक्कते पड़ना,उल्टी।
Read Also –हलके भूरे रंग का चीकू सा दिखने वाला रोएँदार कीवी, एक पहाड़ी फल हैं।
Read Also-बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान और एक्ट्रेस करीना कपूर की अपकमिंग फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ इंतजार है।