Giloy का परिचय

आपने Giloy के बारे में अनेक बातें सुनी होंगी और शायद गिलोय के कुछ फायदों के बारे में भी जानते होंगे, लेकिन यह पक्का है कि आपको गिलोय के बारे में इतनी जानकारी कही से भी नहीं मिलेगी, जितनी हम आपको बताने जा रहे हैं।
Giloy क्या है
Giloy का नाम तो सुना होगा लेकिन क्या आपको Giloy की पहचान है कि ये देखने में कैसा होता है। Giloy की पहचान और गिलोय के औषधीय गुण के बारे में जानकारी देते हैं।
यह जिस पेड़ पर चढ़ती है, उस वृक्ष के कुछ गुण आ जाते हैं इसमें। Giloy
इसीलिए नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय सबसे खूबसरूर मानी जाती हैं। आधुनिक आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार गिलोय नुकसानदायक बैक्टीरिया से लेकर पेट के कीड़ों को भी खत्म करती है।
टीबी रोग का कारण बनने वाले वाले जीवाणु की वृद्धि को रोकती है। आंत और यूरीन सिस्टम के साथ-साथ पूरे शरीर को प्रभावित करने वाले रोगाणुओं को भी यह खत्म करती है।
आँखों के रोग में फायदेमंद गिलोय
Giloy के औषधीय गुण आँखों के रोगों से राहत दिलाने में बहुत मदद गार साबित होता हैं। इसके लिए 10 मिली गिलोय के रस में 1-1 ग्राम शहद व सेंधा नमक मिलाकर खूब अच्छी प्रकार से इसे पीस ले।
इसे आँखों में काजल की तरह लगाएं। इससे अँधेरा छाना, चुभन, और काला तथा सफेद मोतियाबिंद रोग ठीक होते हैं। Giloy
रस में त्रिफला मिलाकर काढ़ा बना कर मिला ले। 10-20 मिली काढ़ा में एक ग्राम पिप्पली चूर्ण व शहद मिलाकर सुबह और शाम खाने से आँखो की रौशनी बड़ जाती हैं।

Giloy का सेवन करते समय एक बात का ख्याल रखना हैं कि इसका सही मात्रा और सही तरह से सेवन करने पर ही गिलोय के फायदे का सही तरह से उपकार आँखों को मिल सकता है।
कान की बीमारी में फायदेमंद
Giloy के तने को पानी में घिसकर गुनगुना कर के । इसे कान में 2-2 बूंद दिन में दो बार डालने से कान का मैल निकल जाता है। कान के बीमारी से राहत पाने के लिए और सही तरह से इस्तेमाल करने पर गिलोय के फायदे मिल सकते हैं।
हिचकी को रोकने के लिए करें
Giloyतथा सोंठ के चूर्ण को नसवार की तरह सूँघने से हिचकी बन्द होती है। गिलोय चूर्ण एवं सोंठ के चूर्ण की चटनी बना लें। इसमें दूध मिलाकर पिलाने से भी हिचकी आना बंद हो जाती है।
Giloy के फायदे का सही मात्रा में उपयोग तभी हो सकता है जब आप उसका सही तरह से प्रयोग करेंगे। Giloy
Giloy के सेवन से उल्टी रुकती है
एसिडिटी के कारण उल्टी हो तो 10 मिली गिलोय रस में 4-6 ग्राम मिश्री मिला लें। इसे सुबह और शाम पीने से उल्टी बंद हो जाती है। Giloy के 125-250 मिली चटनी में 15 से 30 ग्राम शहद मिला लें।
इसे दिन में तीन बार सेवन करने से उल्टी की परेशानी ठीक हो जाती है। 20-30 मिली गुडूची के काढ़ा में मधु मिलाकर पीने से बुखार के कारण होने वाली उलटी बंद होती है। अगर उल्टी से परेशान है और गिलोय के फायदे का पूरा लाभ उठाने के लिए उसका सही तरह से सेवन करना।
Giloyके इस्तेमाल से बवासीर का उपचार
हरड़, गिलोय तथा धनिया को बराबर भाग (20 ग्राम) लेकर आधा लीटर पानी में पका लें। जब एक चौथाई रह जाय तो खौलाकर काढ़ा बना लें।
इस काढ़ा में गुड़ डालकर सुबह और शाम पीने से बवासीर की बीमारी ठीक होती है। काढ़ा बनाकर पीने पर ही Giloy के फायदे पूरी तरह से मिल सकते हैं। Giloy
कैंसर में फायदेमंद
स्वामी रामदेव के पतंजलि आश्रम में अनेक ब्लड कैंसर के रोगियों पर गेहूँ के ज्वारे के साथ Giloy का रस मिलाकर सेवन कराया गया। इससे बहुत लाभ हुआ। आज भी इसका प्रयोग किया जा रहा है और इससे रोगियों को अत्यन्त लाभ होता है।
लगभग 2 फुट लम्बी तथा एक अगुंली जितनी मोटी गिलोय होनी चाहिए, 10 ग्राम गेहूँ की हरी पत्तियां लें। इसमें थोड़ा-सा पानी मिलाकर पीस लें। इसे कपड़े से निचोड़ कर 1 कप की मात्रा में खाली पेट प्रयोग करें। Giloy
पतंजलि आश्रम के औषधि के साथ इस रस का सेवन करने से कैंसर जैसे भयानक रोगों को ठीक करने में मदद मिलती है।
सेवन की मात्रा
काढ़ा – 20-30 मिली
रस – 20 मिली
अधिक लाभ के लिए चिकित्सक के सलाह इस्तेमाल करें।
सेवन का तरीका
- रस
- कड़े
नुकसान

Giloy के लाभ की तरह गिलोय के नुकसान भी होते हैं।
Giloy डायबिटीज कम करता है। इसलिए जिन्हें कम डायबिटीज की शिकायत हो, वे गिलोय का सेवन न करें।
इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
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