लौकी खाने के फायदे, नुकसान | Latest Updates 2022 Advantages And Disadvantages Of Eating Gourd

अक्सर लोग सब्जी के रुप में ही Gourd खाना पसंद करते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि लौकी के अनगिनत औषधीय फायदे भी है जिसके कारण आयुर्वेद में लौकी को उपचार के रुप में इस्तेमाल किया जाता है।
क्या होती है?
शास्त्र में इसकी दो प्रजातियों (एक मधुर तथा दूसरी कड़वी) का उल्लेख मिलता है। मधुर प्रजाति को संस्कृत में अलाबु और तुम्बी तथा तिक्त प्रजाति को इक्ष्वाकु, कटुतुम्बी और महाफला के नाम से जाना जाता है।
इसकी मधुर प्रजाति का प्रयोग मुख्यत शाक के रूप में किया जाता है जबकि कड़वी प्रजाति का प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है। आधुनिक वानस्पतिक शात्र के अनुसार यह केवल एक ही पौधा होता है, वस्तुत अन्तर केवल स्वाद भेद से है।
इसकी कड़वी प्रजाति का प्रयोग केवल चिकित्सकीय परामर्श से करना चाहिए।
फायदे
पेट की बीमारी यानि एसिडिटी या अपच जैसी समस्याएं होने पर खाने से लाभ होता है। ऐसे और कौन-कौन से बीमारियों में Gourd
फायदेमंद होता है ये आगे विस्तार से जानते हैं।
सिरदर्द में फायदेमंद
अगर आपको हमेशा सिरदर्द की शिकायत रहती है तो कड़वी के बीज के तेल को मस्तक पर लगाने से सिर दर्द कम होता है।
गंजापन दूर करने में फायदेमंद

बाल झड़ने की प्रॉब्लम से सब परेशान रहते हैं लेकिन Gourd का घरेलू उपाय गंजापन दूर करने में बहुत ही लाभ दायक हैं। Gourd के पत्ते के रस को सिर पर लगाने से खालित्य या गंजेपन में लाभ होता है।
खांसी से दिलाये राहत
मौसम बदला कि नहीं बच्चे से लेकर बड़े-बूढ़े सबको सर्दी-खांसी की शिकायत हो जाती है। कटुतुम्बी फल मज्जा से बने चूर्ण को नाक से लेने से सर में जो कफ बैठ जाता है वह निकल जाता है।
कान की बीमारी में फायदेमंद
अगर सर्दी-खांसी या किसी बीमारी के साइड इफेक्ट के तौर पर कान के दर्द होता है तो Gourd से इस तरह से इलाज करने पर आराम मिलता है।
दांत के कीड़ा में फायदेमंद
दांत के कीड़ा या कैविटी की समस्या तो बच्चों से लेकर बड़े सबको होता है। इसके लिए लौकी का प्रयोग इस तरह से करें-
-कड़वी लौकी के जड़ के चूर्ण से मंजन करने से दांत के कीड़े के दर्द में लाभ होता है।
-लौकी के पुष्पों को पीसकर दांतों पर रगड़ने से दंत का दर्द कम होता है।
दिल के बीमारी में लाभकारी
दिल की बीमारी से राहत पाने के लिए दिल को स्वस्थ रखना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। Gourd का सेवन करने से दिल की बीमारी के खतरे को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। प्रतिदिन 100-150 मिली मीठी लौकी के रस का सेवन हृदय रोगों को रोकता है।
पीलिया के उपचार में लाभकारी

अगर आपको पीलिया हुआ है और आप इसके लक्षणों से परेशान हैं तो Gourd का सेवन इस तरह से कर सकते हैं।
-कड़वी तुम्बी स्वरस (1-2 बूंद) का नाक से लेने से कामला में लाभ होता है।
-10-20 मिली कड़वी तुम्बी पत्ते के काढ़े में शर्करा मिलाकर पीने से कामला में लाभ होता है
मुँहासे करे दूर लौकी
Gourd फल स्वरस में नींबू फल के रस को मिलाकर चेहरे पर लगाने से युवानपिडका (मुंहासे) से छुटकारा मिलने में सहायता मिलती है।
सूजन कम करने में करे मदद
अगर किसी चोट के कारण या बीमारी के वजह से किसी अंग में हुए सूजन से परेशान है तो Gourd के द्वारा किया गया घरेलू इलाज बहुत ही फायदेमंद होता है।
-समान मात्रा में मीठी लौकी तथा बहेड़े के फल के पेस्ट (1-2 ग्राम) को चावल के धोवन के साथ सेवन करने से शोथ (सूजन) में लाभ होता है।
–कड़वी तुम्बी तथा जटामांसी का कांजी अथवा जल में काढ़ा बनाकर सूजन वाले स्थान का लगाने से सूजन जल्दी ठीक होता है।
लौकी का इस्तेमाल कैसे करनी चाहिए?

बीमारी के लिए Gourd के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए लौकी का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।
चिकित्सक के परामर्श के अनुसार-
172 ग्राम लौकी का पेस्ट,
1-4 ग्राम चूर्ण, तथा
10-20 मिली कटुतुम्बी के रस का सेवन कर सकते हैं।