Latest Updates 2022 | लॉक डाउन में भाभी को दिए बहुत मजे

देवर और बाबी सेक्स स्टोरी में आप पढ़ें कि कैसे कोरोना लॉकडाउन में मैं और मेरी भाभी घर में अकेले रह गये थे. और एक दिन मुझे भाभी जी की अधनंगी चूचियां दिख गयी थी तो खुद को रोक न पाया। लॉक डाउन में
मैं इमरान एक बार फिर से आपके लिए एक मस्त देवर भाभी की सेक्स स्टोरी लेकर आया हूं. ऐसे पढ़कर पुरे मज्जे लीजिये।
भाभी का रंग गोरा है और देखने में वो बहुत सुंदर हैं. आपको तो पता ही होगा कि हमारी महिलायें कितनी सुन्दर होती हैं. भाभी की हाइट 5.6 फीट है।
भाभी के शरीर में जो सबसे आकर्षित करने वाला अंग है, वो है भाभी की चूचियां. उनकी मोटी मोटी चूचियां इतनी मस्त हैं कि सबकी नज़र उन पर ही जाती है. साइज़ का आपअन्दाज़ा लगा सकते हो कि बुर्के के अन्दर भी अलग से ही दिखती हैं।
और मैं एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में जॉब करता हूं और मेरा भाई मुंबई में अपना बिजनेस करते हैं।
कोरोना की वजह से मेरी जॉब से छुट्टी हो गयी थी और मेरे भाई वहीं मुम्बई में ही फंस गये थे. और मेरी बीवी अपने मायके में फंस गयी थी. और मैं घर में ही रह रहा था. मेरे घर में 3 कमरे है , एक किचन है और एक बाथरूम है. एक कमरे में भैया भाभी रहते हैं, दूसरे रूम में मैं और एक रूम में मेरी अम्मी रहती हैं। लॉक डाउन में
मेरी भाभी घर में हमेशा मैक्सी ही पहनती . एक दिन मैं अपने कमरे में सो रहा था और भाभी मेरे कमरे की सफाई करने आई थी. एकदम से टेबल से गिलास गिरा उसकी आवाज़ सुनकर मेरी नींद खुल गई थी।
में अपनी आंखें मलते हुए मैंने भाभी की और देखा तो वो झाड़ू लगा रही थी और उनके बूब्स आधे बाहर निकल रहे थे. भाभी की चूचियों को देखकर मेरा मन मचल गया था और मैं वासना की आग में जलने लगा था।
बहुत मुश्किल से मैंने खुद को कंट्रोल करके रखा जब तक कि भाभी कमरे से चली नहीं गयी.
सुबह के 10:00 बजे गए थे. मेरी अम्मी दवाई लेने पास के ही हॉस्पिटल गई थी. और मैं नहाने के लिए बाथरूम की तरफ गया तो वहा मुझे सिसकारियों जैसी आवाजें सुनाई दीं। अंदर भाभी ही थी घर में और कोई था ही नहीं। लॉक डाउन में
अंदर से सिसकारियां की आवाज सुनकर मेरा तो खड़ा होने लगा. थोड़ी देर बाद भाभी ने दरवाजा खोला और मैं वही बहार निकल कर मुठ मार रहा था।
भाभी की नज़र सीधी ही मेरे निचे पड़ी. उसे देखते ही भाभी का चेहरा एकदम लाल हो गया और वो शर्मा गई और अपने कमरे में भाग गई। फिर मैं नहाने के लिए बाथरूम में गया और नहाकर अपने कमरे में पहुंचा. और फिर मैंने बनियान और हाफ लोअर पहन लिया।
भाभी को रसोई में
में रसोई में गया तो भाभी वहा खाना बना रही थी में उनके पीछे जा कर खड़ा हो गया मुझसे अब बिलकुल भी कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मेने उनकी चूची भींच दी.
भाभी बोली की क्या कर रहे हो तुम ,
मैंने बोला की – भाभी जान, दे दो न आज? प्लीज ना। …
भाभी बोली की – तुम पागल हो गये हो, तुम्हारे भाई को पता लग गया तो पता नहीं वो…….

मैंने बोला की – उनको कौन बताएगा ये बात आपके और मेरे बीच में ही रहेगी सच्ची। ये बोलकर मेने भाभी की मैक्सी हाथ डालकर उनकी चूचियों को पकड़ लिया और भींच दिया। लॉक डाउन में
भाभी बोली की – अच्छा … अच्छा रुको तुम … रसोई में कुछ नहीं करे तुम तुम्हारे कमरे में चलो में वही आती हु।
मेने कहा की – पक्का आओगी ना भाभी जी ,
भाभी बोली- हां, पक्का आऊंगी.
भाभी को कमरे में
फिर कुछ ही देर बाद भाभी मुझसे बोली- की मेरी देवरानी कब आयेगी?
मैंने बोला की – मुझे पता नहीं भाभी, अभी तो लॉकडाउन है.
भाभी बोली- आपको तो अभी बहुत दिन तक प्यासा रहना पड़ेगा.
मेने कहा की – आपको भैया की याद नहीं आती है क्या रात में?
भाभी बोली- की आती तो है, मगर वो तो मुंबई में हैं.
मैंने भाभी का हाथ अपनी निक्कर की जिप पर रखवाते हुए कहा- तो क्या हुआ, मैं तो हूं न घर में? आप मेरा अकेलापन दूर कर दो और मैं आपको खुश कर देता हूं. लॉक डाउन मे
फिर मेने भाभी को अपनी और खींचा और हम दोनों अब जोर जोर से एक दूसरे को किस करने लगे. फिर मैं भाभी के ऊपर आ गया और उनकी मैक्सी के ऊपर से ही चूचियों को जोर जोर से दवाने लगा.
चूचियां ध्वनि से भाभी की सिसकारियां निकलने लगीं- आह्ह … इमरान … आराम से दबाओ ना … इतनी जोर से तो तुम्हारे भाई ने भी कभी नहीं दबाये हैं.
मेने कहा की – आह्ह … रोको मत भाभी … आपकी चूचियां इतनी मस्त हैं कि मैं आज तो भींच भींच कर उखाड़ ही दूंगा. सुबह से मेने इनको मैक्सी में लटकते हुए देखा है तब से ही मे परेशान हु . अब मैं और नहीं रुक सकता भाभी जी … आह्हह … करके ही रहुगा आपको आज।

मेने भाभी की मैक्सी को उसके बदन से अलग कर दिया. भाभी ने नीचे कुछ भी नहीं पहना हुआ था. वो मेरे सामने पूरी की पूरी नंगी हो गयी और मैं उसकी चूचियों पर टूट ही पड़ा।लॉक डाउन में
भाभी के मोटे मोठे स्तनों को पहले मैंने जोर से दबाया और फिर धीरे धीरे से उनको में अपने मुंह में लेकर पीने लगा. भाभी सिसकारते हुए मेरी पीठ और मेरे सिर के बालों को भी सहलाने लगी।
Latest updats 2022 | लॉक डाउन में भाभी को दिए बहुत मजे
भाभी सिसकारने लगी
भाभी जोर जोर से सिसकारने लगी- आह्ह … इमरान … ऊईई … आह्ह … उफ्फ … हाए।लॉक डाउन मे
फिर में भाभी के होंठों को अपने होंठों में लॉक कर लिया और जोर जोर से पीने लगा.
भाभी जोर से सिसकारियां लेने लगी – उउउई … उउउई … अम्मी … मर गयी।
में समझ गया की भाभी अब पूरी तरह से मुंड में आ गयी है तो फिर मेने उनके अंदर दाल दिया और वो जोर से सिलाई। …..
मेने कहा की – क्या हुआ भाभी? भैया से भी तोडलवाती हो!
भाभी बोली की वो बहुत ही आराम से करते है।
मेने कहा की थोड़ी देर ही होगा आपको भी मजा आने लगेगा। लॉक डाउन मे
थोड़ी देर में भाभी का दर्द गायब हो गया और भाभी मजे लेने लगी
थोड़ी देर में भाभी मस् आवाजें निकलने लगी- आह्ह … इमरान … और जोर से करो … आह्ह … तुम्हारा तो बहुत मजा दे रहा है। ओह्ह … और जोर से … और तेज करो इमरान … आह्ह … . .
फ़ी मेने रेगुलर 15 मिनट तक उसी रफ्तार के साथ भाभी को पेलता रहा।
फिर मैंने और तेज स्पीड कर दी और भाभी को दर्द होने लगा . 20 मिनट बाद उनका भी निकल गया था।
फिर हम थोड़ी देर रुक गए फिर भाभी तयार हो चुकी थी भाभी बोली देवर जी एक बार और कर दो मुझे इतना बोलते ही मेने करना सुरु किया भाभी पुरे मजे से ले रही थी और हम दोनों का साथ में ही निकल गया। लॉक डाउन मे
फिर भैया भी आ गए लेकिन भाभी मुझे से ही करवा चाहती थी मेने बहुत मुश्किल से उनको समजाया की देखो भाभी अपन को जब भी मौका मिले में आपको कर दूंगा लेकिन ऐसे घर में नहीं कर सकते अब वो बड़ी मुश्किल से मान गयी और जब भी मुझे मौका मिलता में भाभी को पेल देता था।
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