हेलो दोस्तों मेरा नाम साक्षी सिंह है, मै अमृतसर में रहती हूँ। मेरे जेठ
मेरी उम्र 26 साल की है अभी मेरी शादी हो चुकी है मेरी ससुराल में मेरी सास, ससुर, एक ननद और मेरी जेठानी और उनके पति रहते थे।
मेरी शादी से पहले में बहुत हॉट और सेक्सी थी और मेरी लम्बे काळा काले बाल और बड़ी बड़ी आँखे और मोती और बड़ी बड़ी चूचिया कोई भी देखे तो उससे रहा नहीं जाये और रसीले आम से भी मीठे मेरे होठ ऐसे लगता था की कभी मेने किसे से भी चुंबन नहीं किया हो लेकिन मेने अपने चाचा के लड़को से बहुत बार अपने मन को शांत करवाया है।
मेरी शादी के बाद मेरे पति ने रोज मुझे बिस्तर पर खुश किया है ,और इतना किया की एक साल में मुझे एक लड़का भी हो गया। बच्चा होने के बाद हमारे खर्चे बहुत बढ़ गए थे और मेरे पति कोई काम भी नहीं करते थे वो पुरे दिन घर ही रहते थे उनका जब मन करता करने का कर लेते थे।
मेने मेरे पति से कहा
फिर मेने एक दिन उनसे बोला की – जाना तुम कोई काम क्यों नहीं करते अब तो हममे और भी पैसे की जरूरत है कब तक हम्म किसी और के सहारे रहेंगे। मेरे जेठ
तो मेरे पति ने बोला की – ठीक है में जल्दी ही कोई नौकरी देखता हु फिर कुछ दिनों बाद उनको एक जॉब मिल गयी लेकिन उस जॉब से वो कुछ ज्यादा नहीं कमा पाते थे तो उन्होंने कुछ दिनों बाद वो जॉब छोड़ दी।
और अब तो धीरे धीरे मेरा बेटा भी बड़ा हो रहा था तो उसकी पढ़ाई का खर्चा भी बढ़ रहा था हमारा खर्चा मेरे ससुर जी उठा रहे थे और वो भी कब तक हमारे खर्चा उठाएंगे।
और मेरे जेठ जी की नजर मेरे ऊपर बहुत ही बुरी थी उनको सभी ओरतो से अपना काम निकलवा होता था अभी तक न जाने उन्होंने कितनी ओरतो के साथ किया होगा गिनती ही नहीं होगी। मेरे जेठ
मेरे जेठ की नजर मेरे ऊपर भी थी लेकिन मेरे पति अभिषेक हमेशा घर पर ही रहते थे तो इसी वजह से उनको कभी मौका ही नहीं मिल पाया। मेरे जेठ जी दिखने में बहुत ही स्मार्ट थे और उनका काम भी बहुत अच्छा चलता था वो बहुत अच्छे पैसे कमाते थे। मेरे जेठ
मेरे ससुर
थोड़े ही दिन बाद मेरे ससुर जी की मोत तो गयी अब तो हमारा खर्चा चलना मुश्किल हो गया अभिषेक बहुत मेहनत करते फिर भी हमारा खर्चा नहीं चल पता था और हमारे जेठ जी ने भी बटवारा कर लिया था। अब तो हमारा और भी बुरा हाल हो गया अभिषेक ज्यादा पैसे कमाने के लिए अपने दोस्त के साथ दिल्ली चले गए थे।
वो कभी कभीबार आ भी जाया करते थे मेरे पति को जाने के बाद मेरे जेठ ने मुझ पर अपनी गंदी नजर दाल ली थी लेकिन मुझे उनमे कोई दिलचस्पी नहीं थी क्योकि उन्होंने मेरे पति को अपने पास जॉब नहीं दी थी। मेरे जेठ
एक दिन में अपने घर के बहार बैठी थी तो वहा जेठ जी आये और बोले की में तेरे पति को जॉब दे सकता हु लेकिन उसके बदले तुमको भी मुझे कुछ देना होगा। में समज गयी थी वो क्या कहना चाहते है। मेने साफ मना कर दिया।
और कुछ दिनों बाद रात को मेरे बेटे की तबियत खराब हो गयी और कोई था भी नहीं जो इतनी रात को उसे डॉक्टर के पास ले जा सके में अपने जेठ के पास गयी। मेरे जेठ
उन्होंने मुझे देख कर बोला क्या हुआ अपना अकेलापन दूर करने आई हो क्या मेने कहा की मेरे बेटे की तबियत खराब है तो प्लीज़ उसे डॉक्टर के पास ले चलो तो उसने कहा तुमने मेरी बात मानी है जो में तेरी बात मानु तो मेने बोला जो करना है कर लेना अभी मेरे बचे तो डॉक्टर के पास ले चलो तो वो राज़ी हो गए और फिर कुछ देर बाद मेरे बेटे की तबियत ठीक हुई तो वो सो गया।
मेरे जेठ ने पकड़ा
उसके बाद उन्होंने मुझे कस के पकड़ लिया और बोलने लगे चल मेरे कमरे में और मुझे जाना पड़ा जाते ही उन्होंने मुझे चुम्बन करना शुरू किया और उन्होंने मेरी साड़ी उतार दी और पेटीकोट भी फिर उन्होंने मेरे बूब्स को निचोड़ना चालू किया अब तो मुझे भी मजा आने लगा था। मेरे जेठ
और में सिसकारियां लेने लगी …..सी सी सी ,,अहह … उह उहअहह … अह्हह्ह। और फिर उन्होंने मेरे सारे कपड़े खोल दिए अब मेरी भी मर्ज़ी थी उसमे में भी पूरा मजा ले रही थी। 20 मिंट बाद में वो तेजी से करने लगे और मेरे मुह से …अहह ..औह्ह ….माँ … करने लगी।
मुझे जन्नत मिल रही थी और में ‘’उ उ उ उ ऊऊऊ……ऊँ..ऊँ…ऊँ अहह्ह्ह्हह सी सी सी सी.. हा हा हा.. ओ हो हो…….उंह्…उंह..उं…हहूँ..हूँ…हूँहअहह्ह्ह्हह.अई…अई….अई….’’ करके चीखने लगी।
और फिर 20 मिनट बाद हम्म फ्री हो गए। और फिर कुछ दिनों बाद में मेरे पति भी आ गए और मेरे जेठ ने जॉब भी दे दी अब जब भी मुझे मौका मिलता में अपने जेठ के साथ सो जाया करती थी ,और अब में बहुत खुश थी और पैसे भी थे। मेरे जेठ
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