कंधे के दर्द के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय | Latest Updates 2022

शरीर की असामान्य गति विध, उठने-बैठने और काम करने के गलत तरीकों की वजह से बहुत ही प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। उन्हीं में से एक है कंधे का दर्द।
और अक्सर हम कंधे में दर्द को सामान्य समझकर हमेशा नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन हमारी यही लापरवाही भविष्य में बहुत भारी पड़ सकती है। इसलिए, स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम कंधे के दर्द के कारण और लक्षण के बारे में आपको बता रहे हैं। साथ ही हम कंधे के दर्द के लिए घरेलू उपाय के बारे में बताएंगे।
कंधे का दर्द क्या है? –
जब कंधे की मांसपेशियां अकड़ जाती हैं या कमजोरी हो जाती हैं, तो कंधे में दर्द शुरू होने लगता है। ऐसा अनुमान है कि 16 से 26 प्रतिशत लोग कंधे में दर्द की समस्या से परेशान ही रहते हैं।और लगभग 1 प्रतिशत वयस्कों में सालाना कंधे के दर्द की नई समस्या शुरू हो ही जाती है। खासतौर से जो लोग निर्माण कार्य और हेयरड्रेसिंग का काम करते हैं, उनके कंधे में हमेशा दर्द रहता है।
इसके अलावा, भारी वजन उठाने से और शरीर में कंपन पैदा करने वाले काम कंधे के दर्द को प्रभावित भी कर सकते हैं। साथ ही माना जाता है कि मनोवैज्ञानिक कारक भी इस समस्या से जुड़े होते हैं। हाल ही के अध्ययनों से पता चलता है कि किसी कार्य को लंबे टाइम तक और बार-बार करने से भी कंधे का दर्द बढ़ सकता है।

कंधे के दर्द के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय | Latest Updates 2022
कंधे के दर्द के कारण –
कंधे के दर्द का कारण बहुत हो सकते हैं। उनमें से प्रमुख कारण इस प्रकार हैं
रोटेटर कफ डिसऑर्डर कंधे के दर्द के सबसे सामान्य कारणों में से एक ही माना जाता है। ये तब होता है, जब रोटेटर कफ की नसें कंधे में हड्डी के नीचे फंस जाती हैं। ऐसे में नसें या तो सूज जाती हैं या फिर क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इस अवस्था को मेडिकल भाषा में रोटेटर कफ टेंडिनिटिस या फिर बर्साइटिस भी कहा जाता है।
इसके अलावा, कंधे में दर्द होने के निम्न कारण भी हो सकते हैं:
- कंधे के जॉइंट पर गठिया हो जाना।
- बोन स्पर्स यानी की कंधे के क्षेत्र में हड्डी का उभर आना।
- बर्साइटिस यानी की कंधे के आसपास के क्षेत्र में सूजन।
- कंधे की टूटी हुई हड्डी हो।
- कंधे की चोट।
- कंधों के जॉइंट के बीच में दूरी आ जाना।
- फ्रोजन शोल्डर, ये तब होता है, जब कंधे के अंदर की मांसपेशियां और लिगामेंट्स कठोर हो जाते हैं, जिससे मूवमेंट में मुश्किल होने के साथ ही स्थिति दर्दनाक भी हो जाती है।
