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बारिश की खबरें लाइव अपडेट: फर्मेंटा बायोटेक ने कुल्लू प्लांट पर संचालन बंद कर दिया

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दिल्ली के मंत्रियों ने यमुना नदी में खतरे के स्तर से ऊपर उठने पर सरकार द्वारा लिए गए राहत के उपायों की समीक्षा की

विशेष बल और एएलएच स्क्वाड ने तीन दिनों तक छोटे द्वीप पर फंसे पांच नागरिकों को बचाया

हिमाचल प्रदेश: फर्मेंटा बायोटेक ने कुल्लू प्लांट पर संचालन बंद कर दिया

दिल्ली एलजी वीके सक्सेना ने प्रगति मैदान टनल में बाढ़ की वजह से इंजीनियरी खराबी को ठीक करने के लिए एक बैठक की

दिल्ली सरकार ने निर्माण साइटों के लिए सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी किए, चोट, जीवन की हानि के मामले में ठोसता करने पर ठोसणा

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फर्मेंटा बायोटेक ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण अपने कुल्लू आधारित निर्माणशाला में संचालन बंद कर दिया है। कंपनी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कुल्लू इकाई की संचालन पूरी तरह बंद हो गई है। इससे पहले कुल्लू इकाई का संचालन 10 जुलाई से ठप हो गया था।

फर्मेंटा बायोटेक ने रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में यह घोषणा की, “हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण हमने कुल्लू आधारित निर्माणशाला में संचालन बंद कर दिया है। जुलाई 10 से यह संचालन पूरी तरह से ठप हो गया है।”

इस वक्ती के बाद कंपनी के प्रतिनिधि ने कहा कि बारिश बंद होने के बाद हम काम शुरू कर देंगे।

साथ ही दिल्ली में भी बारिश के चलते सरकार द्वारा राहत के उपायों की समीक्षा की गई है। दिल्ली के मंत्रियों ने यमुना नदी में खतरे के स्तर से ऊपर उठने पर सरकार द्वारा लिए गए राहत के उपायों की समीक्षा की है।

विशेष बल और एएलएच स्क्वाड ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण छोटे द्वीप पर फंसे पांच नागरिकों की बचाव कार्यवाही की है। इन दिनों के तीन दिनों तक ये लोग वहां पर फंसे रहे थे।

हिमाचल प्रदेश के वन विभाग और उपनिवेश मंत्री राजीव साईजल ने कहा कि विशेष बल और एएलएच स्क्वाड द्वारा ये लोग उत्तरी क्षेत्र में रहते थे, जहां पर पांच लोग पानी से घिर गए थे और उनकी बचाव के लिए कार्यवाही की गई।

दिल्ली के लिए ख़बर भी आई है। दिल्ली एलजी वीके सक्सेना ने प्रगति मैदान टनल में बाढ़ की वजह से इंजीनियरी खराबी को ठीक करने के लिए एक बैठक की है। बाढ़ इंजीनियरी की वजह से वहां पर पानी भर गया था।

सुरक्षा की ओर भी कदम उठाए गए हैं। दिल्ली सरकार ने निर्माण साइटों के लिए सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस दिशा-निर्देश में बताया गया है कि इन साइटों पर जीवन की हानि होने पर ठोसता करने के लिए ठोसता किया जाएगा।

बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में अनेक घातक परिस्थितियाँ पैदा हुई हैं। यहां की नदियों का पानी बह गया है और कई इलाकों में बाढ़ है। कुछ इलाकों में लोगों को अपने घरों से निकलना पड़ रहा है और कई जगहों पर सड़कें बंद हो चुकी हैं।

इस बारिश के चलते बड़े-बड़े नगरों में पानी भर गया है और लोग इससे पीड़ित हो रहे हैं। सरकार ने राहत कार्यवाही में तेजी लाने के लिए उचित कदम उठाए हैं। नेशनल डिसास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) ने बारिश की वजह से प्रभावित राज्यों में राहत कार्यों के लिए 39 टीमें तैनात की हैं। यह टीमें दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब और अन्य राज्यों में हैं। ओडिशा और महाराष्ट्र से भी टीमें तैनात हैं।

यमुना नदी के ऊपर की पानी के स्तर ने खतरे के स्तर से ऊपर उठ जाने के बाद दिल्ली में एक पुरानी लोहे की पुल बंद कर दी गई है। यमुना नदी में पानी बढ़ते ही यह पुल लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, “आयरन ब्रिज पुस्ता रोड गांधी नगर जनता/ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है, जल अपघात से बढ़े हुए यमुना नदी के पानी के स्तर की वजह से। यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना अनुसार बनाने की सलाह दी जाती है।” दिल्ली में यमुना नदी ने 206 मीटर के इलाकों के लिए खतरे के स्तर को पार कर लिया है, जिससे बाढ़ प्रवृत्ति घटित इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बदल दिया जाएगा।

हिमाचल प्रदेश में भी बाढ़ की स्थिति चिंताजनक है। हिमाचल प्रदेश के राजस्व और आपदा प्रबंधन प्रमुख सचिव उंकर चंद शर्मा ने कहा कि वर्षा मौसम के कारण वहां पानी बह रहा है और कई इलाकों में भारी बाढ़ है। कुछ इलाकों में लोगों को अपने घरों से निकलना पड़ रहा है और कई जगहों पर सड़कें बंद हो चुकी हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों की शुरुआत कर दी है और अपाराधिक जांच एजेंसियों को भी सक्रिय कर दिया है।

बाढ़ के चलते दिल्ली में भी जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी विभागों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में जनता की सुरक्षा और राहत कार्यों की व्यवस्था करने के लिए कदम उठाए हैं।

बारिश के चलते स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियां भी घोषित की गई हैं। दिल्ली सरकार ने स्कूलों की बंदिश की घोषणा की है जो पानी की गहराई से नहीं गईं हैं।

बारिश बंद होने के बाद सरकारी विभाग और निजी कंपनियों के कर्मचारियों को सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

 

 

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