

अरविंद केजरीवाल ने रविवार यानी १६ फरवरी को तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। उनके
बाद मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद की
शपथ ली। कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण का वाले
दूसरे नेता हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं सबका मुख्यमंत्री हूं। कोई भी कार्य हो तो सीधा मेरे पास आएं। दिल्ली को
आगे बढ़ाने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी का आशीर्वाद चाहता हूं।
प्रधानमंत्री को गया था शपथ समारोह का न्योता
आम आदमी पार्टी ने शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छोड़कर किसी दूसरे नेता को न्योता नहीं दिया।
हालांकि, बनारस दौरे के कारण प्रधानमंत्री इसमें शामिल नहीं हो सके। केजरीवाल ने अपने भाषण में इसका जिक्र भी
किया। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के विकास में सहयोग देने वाले ५० लोगों को समारोह में विशेष अतिथि के तौर पर
बुलाया।
यह मेरी नहीं, लोगों की जीत हई है
शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘आज आपके बेटे ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ
ग्रहण की है। ये मेरी नहीं आप लोगों की जीत है। हर दिल्ली वाले की विजय है। यह हर मां-बहन की विजय है। पिछले
५ सालों में हमारी कोशिश रही है कि दिल्ली के हर घर की जिंदगी में खुशहाली ला पाएं।
केजरीवाल ने कहा दिल्ली का तेजी के साथ विकास हो और अगले ५ साल भी यही कोशिश जारी रहेगी। चुनाव में कुछ
लोगों ने आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस को वोट दिया। लेकिन आज मैंने शपथ ली है तो मैं सबका मुख्यमंत्री
हूं। मैं भाजपा और कांग्रेस वालों का भी सीएम हूं। ५ साल में कभी किसी के साथ सौतेला व्यवहार नहीं करा।’’
शपथ मे अरविंद केजरीवाल ने कहा “दिल्ली के दो करोड़ परिवारों से कहना चाहता हूं कि चुनाव अब ख़त्म हुआ। सभी
२ करोड़ लोग मेरे परिवार का हिस्सा हैं। बिना किसी हिचक मेरे पास आना, सबका काम करूंगा। चाहे किसी भी धर्म
या जाति के हो। मैं सबके साथ मिलकर काम करना चाहता हूं। चुनाव में विरोधियों ने जो कुछ भी कहा, मैंने सबको
क्षमा कर दिया है।”